हमारे देश में 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद एक नये युग सूत्रपात होने जा रहा है, श्री राम मंदिर उद्घाटन हमारी समृद्धि, समरसता और एकता का प्रतीक – आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तराचंल

उत्‍तराखण्‍ड देहरादून श्री रामजन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह हरिद्वार

हरिद्वार (पंकज चौहान) – आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तराचंल के कार्यकारी मंत्री शत्रुघ्न कुमार मौर्य ने आज एक प्रेस नोट जारी किया है, प्रेस नोट में उन्होंने मीडिया के माध्यम से समाज को संबोधित करते हुए कहा कि आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तराचंल अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी के मंदिर के उद्घाटन के सुअवसर पर इस पत्र के माध्यम से अपने हर्ष और उत्साह को व्यक्त करती है। आज हम सभी भारतीय इस ऐतिहासिक समय का उत्सव मना रहे है, जब अयोध्या में श्री राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है। यह एक ऐसा क्षण है जिसने हम सभी को एक साथ आने, आपसी समर्पण और आत्मनिर्भरता की भावना को मजबूती से महसूस करने का अवसर दिया है।

स्वामी दयानन्द सरस्वती फोटो: फाइल

श्री रामजन्मभूमि अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के भव्य मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होने जा रहा है। इस अवसर को हम लोग वैदिक सत्य सनातन धर्म के एक ऐतिहासिक पर्व के रूप में जान रहे हैं। लगभग 500 वर्षों से हम सब इस दिवस की प्रतीक्षा में है। अब अगर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है तो अपनी विरासत पर हमें गर्व करना होगा। जब विरासत होगी तभी विकास भी होगा। उसी विरासत पर गर्व करते हुए विकास की यात्रा को पूरा करने का हम सबने संकल्प लिया है। जब देश संकल्प लेता है तो समाज एक साथ आगे बढ़ता है। श्री रामचन्द्र जी को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। श्रेष्ठ व्यक्ति अपने गुणों और कर्मों से ही पहचान बनाता है। श्री रामचन्द्र जी भी अपने स्वभाव, गुणों और कर्मों के कारण ही मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए। इसलिए धार्मिक ग्रंथों में भी उनका वर्णन आदर्श पुरुष और मर्यादा पुरुषोत्तम के रुप में किया गया है। इस इस अद्भुत अ‌द्भुत मौके पर, हम सभी को गर्व है कि हम उस विशेष समय में जी रहे हैं, जब हमारे देश में 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद एक नये युग सूत्रपात होने जा रहा है और श्री रामचन्द्र जी का ऐतिहासिक मंदिर का उ‌द्घाटन हो रहा है, जो हमारे समृद्धि, समरसता, और एकता का प्रतीक है। यह महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण हम सभी के लिए आध्यात्मिक उन्नति करने वाला एवं सामाजिक समृद्धि को बढ़ाने वाला है।

इस शुभ दिन को मनाने का हमारा मुख्य उद्देश्य एक नए युग के आरंभ की ओर सामूहिक रूप से मिलकर कदम बढ़ाना, सामाजिक समरसता को बनाना और एक-दूसरे के साथ सहयोग करना है। हम सभी को इस सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्वपूर्ण पल का साक्षी बनने का ऐतिहासिक मौका मिला है। अतः इस विशिष्ट अवसर पर हम सभी इस पवित्र क्षण को एक नए युग का आरंभ मानते हुए मिलकर एक-दूसरे के साथ इस अत्यंत शुभ क्षण का आनंद लेंगे और समर्पण, समरसता, और सामाजिक समृद्धि के साथ अपने देश को मजबूती से आगे बढ़ाने का संकल्प करेंगे। 22 जनवरी को अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के भव्य मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा अभी कुछ समय पहले माननीय प्रधानमंत्री ने हम सबसे अनुरोध किया था कि हम इस पर्व को बड़े उल्लास के साथ मनाएं और अपनी प्रसन्नता व्यक्त करें, घर-घर में दीपावली की तरह प्रकाश किया जाए इस पर्व को दीपावली की तरह से मनाया जाए, घर-घर में यज्ञ हवन हो और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के जीवन से संबंधित प्रेरणादायक प्रसंगों का श्रवण हो।

आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तरांचल ने संकल्प किया है कि प्रदेश उत्तराखंड के समस्त आर्य समाजों में इस दिन यज्ञ किया जाएगा और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के जीवन से संबंधित प्रसंगों की चर्चा की जाएगी। घर घर में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र का चित्र लगाया जायेगा जिससे कि आप सभी मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के चरित्र से प्रेरणा ग्रहण कर सके। सभी से विनम्र अनुरोध व निवेदन किया जाता है कि आप अपने परिवार के साथ उत्साहपूर्वक इस पावन पर्व को मनायें और अपने-अपने घरों को 22 जनवरी को दीपावली पर्व जैसे प्रकाशमय करें। घर पर ओ३म् ध्वज का अरोहण करें और सभी एक दूसरे को बधाईयां व शुभकामनाएं भेजें। आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तरांचल की ओर से इस अदभुत पर्व के अवसर पर आपको एक सामाजिक, समृद्धिपूर्ण, और सामूहिक उत्सव की शुभकामनाएँ प्रेषित हैं।

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