हरिद्वार (पंकज चौहान)। धर्मनगरी हरिद्वार में तीन दिवसीय दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. हरिद्वार में आयोजित दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव में देश के कई दिग्गज हिस्सा ले रहे हैं. आज दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत भी उपस्थित रहे. दिव्य आध्यात्मिक महोत्सव का शुभारंभ करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने सभा को संबोधित करते हुए अपने संबोधन में सनातन पर अपना मत प्रस्तुत किया.
मोहन भागवत ने कहा संपूर्ण दुनिया का कल्याण केवल सनातन से ही संभव है. सनातन था सनातन है और जो रहेगा वह सनातन है. हम विश्व कल्याण की कामना कर रहे हैं. हम भयमुक्त समाज की कामना करते हैं. सृष्टि का कल्याण केवल सनातन में है. ज्ञान भाषण से नहीं आचरण से आता है. अगर एक शब्द का भी आचरण कर लिया जाए तो दुनिया में परिवर्तन आ सकता है. हम अपने आचरण से प्रमाण स्थापित करें. भगवान श्री राम इसलिए पुरुषोत्तम नहीं कहलाए, इसके लिए उन्होंने मर्यादाओं का पालन किया था.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कर्मफल को भगवान पर छोड़ देंना चाहिए, क्योंकि डॉक्टर हेडगेवार ने जो आज है, वह कभी नहीं देखा था. अगर हम अपना जीवन बदलें तो दुनिया में बदलाव आएगा. कल्याणकारी सनातन धर्म का पालन करें तो दुनिया का भला होगा. भारत फिर से विश्व गुरु बनेगा. सनातन धर्म सर्वे भवंतु सुखिनः की बात करता है. सत्य, करुणा, शुचिता और तपस्या, समष्टि कल्याण के सूत्र हैं, इन्हे आत्मसात कर चलेंगे तो हमारे साथ विश्व का भी कल्याण होगा.