अयोध्या (वत्सल पराशर) – श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में देशभर के नगीने जुटेंगे। कई अन्य देशों के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे। सभी परम्पराओं के साधु-सन्त के साथ ही किसी भी क्षेत्र में देश का सम्मान बढ़ाने वाले सभी प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है। यह जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चम्पतराय ने पत्रकारों से बातचीत में दी। उन्होंने आगंतुको को ठहरने, आवागमन, वाहन पार्किंग आदि के सम्बन्ध में भी विस्तार से बताया। चम्पतराय रामघाट चौराहा स्थित कार्यशाला में नव-निर्मित पत्रकार कक्ष में पत्रकारों से उन्मुख थे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि कारसेवकपुरम में एक हजार हवारोधी अच्छा और सुंदर आवास तैयार किया गया है। नृत्यगोपाल दास के योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र में 850 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अयोध्या और अयोध्या छावनी में मठ, मंदिर, धर्मशाला और परिवारों में छः सौ लोगों के रहने की व्यवस्था है। इसके लिए सम्बन्धित लोगों ने स्वेच्छा से सहमति प्रदान की है। नवस्थापित तीर्थक्षेत्रपुरम में नगर बसाया गया है।
इसमें छः नलकूप, छः रसोई घर और दस बिस्तरों वाला एक अस्पताल स्थापित किया जा रहा है। देशभर के लगभग डेढ़ सौ चिकित्सकों ने इसमें क्रमिक सेवा के लिए अपनी स्वीकृति दी है। नगर के हर कोने में लंगर, भोजनालय, भण्डारा, अन्नक्षेत्र चलेंगे, इसके साथ ही मौसम को देखते हुए कई स्थानों पर चाय की व्यवस्था भी की जा रही है जिसमें साथ में कुछ खाने को भी होगा। कुल दो हजार शौचालयों का निर्माण भी विचाराधीन है। नगर को गंदगी, मक्खी, मच्छर से मुक्त रखने के प्रयास भी किए जा रहे है। सर्दी के हिसाब से अलाव की व्यवस्था भी होगी।
सरकारी व्यवस्था के अलावा तीर्थक्षेत्रपुरम बाग बिजैसी, हाइवे के पास मैदान में, रामसेवकपुरम और कारसेवकपुरम में वाहन पार्किंग का इंतजाम ट्रस्ट की तरफ से किया गया है। प्रयास होगा कि कोई वाहन सड़क पर खड़ा न मिले। आगंतुकों को कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए विद्यालयों से छोटी बसे मांगी गई हैं, सौ वाहनों की सहमति मिल गई है। ई-रिक्शा, कार्ट, एंबुलेंस आदि की व्यवस्था भी की जा रही है। समारोह के दौरान जुटी भीड़ के कारण नेटवर्क परेशानी न करें इसके लिए तीर्थक्षेत्रपुरम (बाग बिजैसी) में चार मोबाइल टावर लगाने की योजना है, जियों ने सहमति दे दी है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री ने बताया कि करीब चार हजार सन्तों को आमंत्रण भेजा गया है, प्रयास है कि सभी परम्पराओं के सन्त आएं। सभी कमिश्नरी का प्रतिनिधित्व हो। सभी शंकराचार्य, महामण्डलेश्वर, सिख और बौद्ध पंथ के शीर्ष सन्तों को बुलावा भेजा गया है। स्वामी नारायण, आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, मीडिया हाउस, खेल, किसान, कला जगत के प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया है।
2200 गृहस्थों का चयन भी इसके लिए किया गया है। 1992 से 1984 के बीच सक्रिय पत्रकारों को भी बुलावा भेजा गया है। बलिदानी हुतात्माओं के परिजन, लेखक, साहित्यकार, कवि, उद्योगजगत के लोग, धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं के पदाधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री, सेना के अधिकारी, एल. एण्ड टी., टाटा, अंबानी, अडानी ग्रुप के शीर्ष लोगों को भी बुलाया गया है।
उन्होंने कई विशिष्टजनों के नाम भी बताएं। भगवान रामलला की मूर्ति के सवाल पर उन्होंने कहा कि तीन लोगों में से जो भी मूर्तिकार पांच वर्ष के बालक की कोमलता को उकेरने में सफल होगा उसी की मूर्ति चुनी जाएगी। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का पूजन 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा। काशी के गणेश्वर शास्त्री द्राविड़, लक्ष्मीकांत दीक्षित पूजा सम्पन्न कराएंगे। प्राण-प्रतिष्ठा पूजन के बाद 48 दिन की मंडल पूजा होगी जो विश्वप्रसन्न तीर्थ के नेतृत्व में होगी।