अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्री रामजन्मभूमि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन की व्यवस्थाओं को परखने अयोध्या पहुंचे। योगी आदित्यनाथ अयोध्या शोध संस्थान भी पहुंचे, यहां उन्होंने रामलीला का शुभारंभ किया। रामलीला के शुभारंभ अवसर पर उन्होंने कहा कि यह दिव्य संयोग है कि प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले रामलीला का यह मंच प्रभु की लीलाओं को जनमानस में पहुंचाने का सशक्त माध्यम बनेगा। उत्तराखंड की रामलीला अद्भुत है, क्योंकि इसमें सभी पात्र करीब 400 मातृशक्ति हैं। यह लोगों के लिए नई प्रेरणा का माध्यम बनेगा। योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड से आई बहनों का अभिनन्दन करते हुए अगले दीपोत्सव पर मंचन के लिए इस टीम को आमंत्रित भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 22 के मद्देनजर हम लोगों ने इंडोनेशिया, थाईलैंड, नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस समेत छह देशों व अन्य राज्यों को रामलीला के लिए आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यकाल में देश जब गुलाम था। विदेशी आक्रांताओं को झेल रहा था, तब संत तुलसीदास ने सामाजिक चेतना को जागरूक करने के लिए प्रभु राम को माध्यम बनाया। रामलीलाओं के माध्यम से तुलसीदास ने कहा कि “बोलो-राजा रामचंद्र जी की जय”।
यह भारत की प्राणशक्ति बन गई और आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भव्य-दिव्य राममंदिर व अयोध्या दुनियावासियों को देखने को मिल रही है। रामलीला के शुभारंभ अवसर पर अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय आदि मौजूद रहे।