राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद 48 दिनों तक अयोध्या में भजन सहित धार्मिक गीत बजेंगे। इसका उद्देश्य शांति और आत्मिक दिव्यता का वातावरण उत्पन्न करना है। देश भर के कलाकार गर्भगृह में राम लला की मूर्ति के सामने नृत्य मंडप में गायन का आयोजन करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय प्रबंधक प्रकाश गुप्ता ने कहा, मंदिर ट्रस्ट द्वारा कई अनुभवी कलाकारों को लाइव प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया जाएगा। कई नए कलाकारों को भी श्रीराम के सामने अपनी प्रस्तुति देने का मौका दिया जाएगा। उन 48 दिनों में श्रीराम को देश भर के सभी तीर्थों से लाए गए 1,000 कलशों के जल से स्नान कराया जाएगा। केसर, कपूर आदि सामग्री से भगवान का अभिषेक किया जाएगा। पूजा की ये विशेष व्यवस्था कर्नाटक में उडुपी पेजावर मठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी की देखरेख में की जाएगी। प्रतिष्ठा समारोह से पहले 17 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम की झांकी निकाली जाएगी।
जुलूस में भगवान राम के जन्म से लेकर वनवास, लंका विजय और घर वापसी तक के जीवन से जुड़ी तस्वीरें, मूर्तियां और तस्वीरें होंगी। यह जुलूस सप्ताह भर चलने वाले अभिषेक कार्यक्रमों की शुरुआत का प्रतीक होगा। इस झांकी में रामलला की नई मूर्ति भी होगी, जिसे मंदिर में स्थापित किया जाएगा।